भारत के राष्ट्रीय प्रतीक

 "राष्ट्रीय ध्वज"

राष्ट्रीय ध्वज भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है । इसमें तीन समान चौड़ाई की छुट्टियां हैं। इससे ऊपर केसरिया, बीच में श्वेत और नीचे गहरी हरी पट्टी है। इनमें से केसरिया शक्ति, का श्वेत शांति का एवं हरण समृद्धि का प्रतीक है। तिरंगा की सुमित पट्टी के बीच में एक चक्र है, जिस कारण नीला (नेवी ब्लू) है और उसमें 24 तीलियां हैं।

 यह चक्र मौर्य सम्राट अशोक द्वारा सारनाथ में स्थापित से स्तंभ पर बने चक्र से लिया गया है। उसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात तीन अनुपात 2 है। राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप संविधान निर्मात्री सभा द्वारा 22 जुलाई, 1947 को अपनाया गया और 14 अगस्त, 1947 को प्रस्तुत किया गया।

  "  राज चिन्ह "

भारत का राज्य चिन्ह मौर्य सम्राट अशोक द्वारा सारनाथ में स्थापित स्तंभ से लिया गया है। भारत सरकार द्वारा यह चिन्ह 26 जनवरी, 1950 को अपनाया गया। इस राज्य के मूल स्तंभ में शीर्ष पर चार सिंह हैं, जिसमें केवल तीन शेर ही दिखाई पड़ते हैं। इसके नीचे घंटे के आकार के पद्म के ऊपर एक चित्र वल्लरी में हाथी है। सिंह,शीर्ष के नीचे स्थित पट्टी के मध्य में उभरी हुई नक्काशी में चक्र है, जिसके दाएं ओर एक सांड और बाएं और चौकड़ी भरता हुआ एक घोड़ा है तथा एक सिंह की उभरी हुई मूर्ति है । फलक के नीचे देवनागरी लिपि में "सत्यमेव जयते "लिखा है।


    "राष्ट्रीय खेल"

भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है। हांकी का उद्भव भारत में नहीं हुआ था, लेकिन 1928 ई. के एम्स्टर्डम ओलंपिक से भारत में इसकी पहचान बनी, जब भारत ने इस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता। संविधान निर्माण के समय हॉकी भारत वासियों की पहली पसंद थी, इसलिए हांकी को भारत का राष्ट्रीय खेल घोषित किया गया। हॉकी में भारत का वर्चस्व लगभग 50 सालों (1928 - 1980) तक रहा था। प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद को 'हॉकी का जादूगर' के नाम से जाना जाता है


"राष्ट्रीय पंचांग" (कैलेंडर)


भारत का राष्ट्रीय पंचांग शक संवत पर आधारित है। 78 ई. में प्रारंभ हुए शक संवत का पहला महीना चेत्र का है। भारतीय संविधान ने इसे 22 मार्च, 1957 को राष्ट्रीय पंचांग के रूप में ग्रहण किया।


"राष्ट्रीय गीत"

           भारत का राष्ट्रीय गीत बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित 'वंदे मातरम' है। इसे 'आनंदमठ' से लिया गया है। इस गीत को सर्वप्रथम 1807 ईस्वी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में गाया गया था। संविधान सभा ने 24 जनवरी, 1950 को इसे राष्ट्रीय गीत का गौरव प्रदान किया।


"राष्ट्रीय गान"

         ‌‌‌‌भारत का राष्ट्रीय गान गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा रचित जन-गण-मन है।राष्ट्रीय गान को गाने का निर्धारित समय लगभग 52 सेकंड है। इसे राष्ट्रीय गान के रूप में स्वीकृति संविधान सभा ने 24 जनवरी, 1950 को प्रदान की थी।

                 यह गीत सर्वप्रथम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में 27 दिसंबर, 1911 को गाया गया था ।मूल रूप में एक गीत 5 पदों में है, किंतु राष्ट्रीय गान के रूप में इसका मात्र प्रथम पद ही मान्य है।




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