स्टार्लिंक देगी सबसे सस्ता इंटरनेट अब भारत में ?



TRAI ने पिछले साल ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को बढ़ाने को लेकर एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था, जिसके जवाब में कंपनी के एक कार्यकारी ने कहा था कि यदि सरकार मंजूरी दे तो Starlink के सैटेलाइट नेटवर्क की मदद से सभी भारतीयों को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी दी जा सकती है।



SpaceX का Starlink प्रोजेक्ट सैटेलाइट के जरिए देता है ब्रॉडबैंड इंटरनेट

50 से 150Mbps स्पीड करता है सपोर्ट



दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क (Elon Musk) ऑटोमोबाइल और स्पेस सेक्टर में अपनी धाक जमा चुके हैं और अब इंटरनेट सर्विस देने के लिए टेलीकॉम सेक्टर में कूदने पर कथित तौर पर विचार कर रहे हैं। Tesla कंपनी के मालिक मस्क प्राइवेट स्पेस कंपनी SpaceX के एक अनूठे प्रोजेक्ट Starlink के जरिए भारतीय टेलीकॉम बाजार में क्रांति लाने की योजना बनाते प्रतीत होते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि SpaceX तेज़ी से बढ़ रही भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री में सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस शुरू कर सकते हैं। बता दें कि Starlink प्रोजेक्ट में कंपनी सैटेलाइट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में इंटरनेट सर्विस दे सकती है। कंपनी का दावा है कि फिलहाल इस सर्विस के दुनिया भर में 10,000 एक्टिव यूज़र्स हैं।

CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क अपनी SpaceX कंपनी के Starlink प्रोजेक्ट को भारत भारत में लाने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट का कहना है कि मस्क की नज़र भारत और चीन की 1 ट्रिलियन मार्केट के ऊपर है। कंपनी दोनों देशों में इन-फ्लाइट इंटरनेट और मरीनटाइम सर्विसेस की मांग को भी पूरा करना चाहते हैं।


टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने पिछले साल अगस्त में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को बढ़ाने को लेकर एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था, जिसके जवाब में स्पेसएक्स सैटेलाइट गवर्नमेंट अफेयर के वाइस प्रेसिडेंट पैट्रिशिया कूपर (Patricia Cooper) ने कहा था कि यदि सरकार मंजूरी दे तो Starlink के हाई-स्पीड सैटेलाइट नेटवर्क की मदद से सभी भारतीयों को आने वाले समय में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह सर्विस देश के दूर-दराज़ के रिमोट क्षेत्रों में भी आराम से इंटरनेट मुहैया करा सकती है। कंपनी का दावा है कि फिलहाल इस सर्विस के दुनिया भर में 10,000 एक्टिव यूज़र्स हैं।


यदि Starlink के भारतीय टेलीकॉम बाज़ार में आने की बात सच होती है, तो निश्चित तौर पर यह BSNL (भारत फाइबर), Airtel (एयरटेल एक्सट्रीम) और Reliance Jio (जियो फाइबर) के लिए चिंता की बात होगी। फिलहाल इन तीनों कंपनियों का मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड बाज़ार में दबदबा है।

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